AUTHOR
आनंद कुमार*, राजेश मलिक
ABSTRACT
हरियाणा के फतेहाबाद जिले में किसान परंपरागत खेती को छोड़कर बागवानी कृषि की तरफ अग्रसर हो रहे हैं। बागवानी कृषि में मुख्य रूप से मौसमी सब्जियों की खेती यहाँ के किसानों द्वारा की जाती है। पिछले कुछ वर्षों से फतेहाबाद जिले में सब्जी उत्पादन में तेजी से वृद्धि हुई है। शहर के आसपास के गाँवों में विशेष रूप से किसानों द्वारा सब्जियाँ उगाई जाती हैं, जिसका मुख्य कारण बाजार की निकटता, परिवहन का कम खर्च और इसके साथ-साथ अन्य फसलों के मुकाबले सब्जियों की खेती से अधिक आय की प्राप्ति होना है।
फतेहाबाद के क्षेत्र में लगभग सभी प्रकार की सब्जियाँ उगाई जाती हैं, जिसमें मुख्यतः आलू, प्याज, टमाटर, मूली, गाजर, फूलगोभी, हरी मिर्च, शिमला मिर्च, भिंडी, बैंगन, अरबी, मटर, पत्तागोभी, शकरकंदी, कद्दू, खीरा, ककड़ी और लहसुन आदि शामिल हैं। केंद्र सरकार की राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना द्वारा किसानों को सब्जी उत्पादन में उचित सब्सिडी और प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके साथ-साथ हरियाणा सरकार द्वारा भी बागवानी कृषि से संबंधित अनेक किसान हितैषी योजनाएँ चलाई जा रही हैं।
फतेहाबाद में कुछ किसानों द्वारा संरक्षित खेती, जैसे पॉलीहाउस, हाईटेक ग्रीनहाउस, वॉक-इन टनल, पॉली नेट हाउस, सब्जियों के लिए बांस स्टैकिंग और लोहे की स्टैकिंग आदि के माध्यम से सब्जियों की खेती की जा रही है। इन विधियों द्वारा किसान मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों में भी सब्जियों का उत्पादन करके अधिक मुनाफा कमा रहे हैं।
यहाँ हम फतेहाबाद के क्षेत्र में अप्रैल 2020 से मार्च 2024 तक उगाई गई सब्जियों के क्षेत्रफल और उत्पादन का अध्ययन करेंगे। इसके साथ-साथ सब्जियों की खेती को प्रभावित करने वाले भौतिक और मानवीय कारकों का भी संक्षिप्त रूप से वर्णन करेंगे। सब्जियों की खेती करने के दौरान किसानों के सामने आने वाली समस्याएँ और केंद्र एवं राज्य सरकार की बागवानी कृषि से संबंधित योजनाओं का वर्णन भी किया जाएगा।
Keywords: मुख्य शब्द: सब्जियाँ, किसान, बागवानी, क्षेत्रफल, उत्पादन, प्रशिक्षण।
Vivek et al., Int. J. Sci. Info. 2023, 1(1)